नर सेवा ही नारायण सेवा
कहीं भी कोई भी व्यक्ति कभी भी भूखा नहीं रहना चाहिए !
गतिविधियां :
— भोजन प्रसादी
पितृपक्ष मे गणमान्य द्वारा अपने स्वजनो हेतु श्राद्ध के निमित्त संस्थान मे उपस्थित होकर गरीबो बुजुर्गो को भोजन परोसकर पुण्य प्राप्त कर रहे है और जो भी सहयोग राशि होती है वह पूर्वजो के निमित्त दान स्वरूप प्रदान करते है।